जय माता दी दोस्तों , कैसे है आप सब ?
दोस्तों जो कुछ भी मैंने अपने जीवन मे अच्छा , बुरा , खट्टा , मीठा महसूस किया है, वो सब मे आप सब के साथ शेयर करना चाहती हूँ ॥ मुझे अच्छा लगता है आप सब के साथ अपने मन की बात शेयर करना ।
दोस्तों, आज मे आप सब से जिस विषय पर बात कर रही हूँ , वो है : कभी किसी को छोटा अथवा हीन न समझो ॥ दोस्तों ईश्वर ने सभी मनष्यो को इस धरती पर एक समान बना कर भेजा है ।
सभी को एक नाक, दो आंखे, दो बाजु, इत्यादि सभी को एक समान अंग दिए है ।
सूर्य देवता भी बराबर मात्रा मे सभी को रोशनी प्रदान करते है , आकाश से बादल भी समान रूप से सभी के ऊपर जल बरसाते है, अथार्त प्रकृति सभी जीवो को एक समान समझती है तो फिर उसी ईश्वर के बनाये हुए हम मनुष्य इतना भेद भाव क्यों करते है ? यह भेद भाव कभी जाति को लेकर किया जाता है, तो कभी अमीरी गरीबी को लेकर किया जाता है ।
दोस्तों मैं आप सब से पूछना चाहती हूँ क्यों एक इंसान का मूल्य उसकी पदवी को देख कर किया जाता है ? क्यों एक गरीब इंसान से उसके सभी रिश्तेदार उससे रिश्ता तोड़ देते है, यहाँ तक की वो लोग उसके साथ बात करना भी पसंद नहीं करते । ऐसे मे उस इंसान की पीड़ा को क्या आप समझ सकते है जब उसके अपने रिश्ते दार ही उसके साथ इसलिए मुँह मोड़ लेते है , क्योंकि उसकी पॉकेट बिलकुल खाली है ? एक पुरानी कहावत भी है की गरीब का कोई दोस्त , कोई रिश्तेदार नहीं होता । दूसरी ओर जिसके पास कुर्सी है , अच्छा पद है, धन है , उनके साथ दूर दूर के लोग भी सम्बन्ध बना लेते है, यह बात हर जगह देखीं जाती है, चाहे वो परिवार हो या आपका Office or Workplace । क्यों एक इन्सान की अच्छाई की, उसके गुणों की, उसकी मेहनत की , उसकी ईमानदारी की, उसकी तपस्या की कोई VALUE नहीं ,ऐसे मे हीन भावना और दुःख से ग्रसित वह इंसांन कई बार कुछ गलत कदम भी उठा सकता है,
दोस्तों यदि आप मेरी इस बात से सहमत है तो आज ही अपने आप से एक प्रण लीजिये की किसी को भी छोटा या हीन नहीं समझेंगे और प्रकृति की भांति आप भी अपना प्यार अपना सनेह सभी के साथ बराबर का बांटेगे ।
यदि आपको मेरी यह article पसंद आया है तो मुझे अपने comments लिखना न भूले ,मुझे आपके सुझावों का इंतजार सदा रहेगा ॥
धन्यवाद
ज्योति गोयनका
दोस्तों जो कुछ भी मैंने अपने जीवन मे अच्छा , बुरा , खट्टा , मीठा महसूस किया है, वो सब मे आप सब के साथ शेयर करना चाहती हूँ ॥ मुझे अच्छा लगता है आप सब के साथ अपने मन की बात शेयर करना ।
दोस्तों, आज मे आप सब से जिस विषय पर बात कर रही हूँ , वो है : कभी किसी को छोटा अथवा हीन न समझो ॥ दोस्तों ईश्वर ने सभी मनष्यो को इस धरती पर एक समान बना कर भेजा है ।
सभी को एक नाक, दो आंखे, दो बाजु, इत्यादि सभी को एक समान अंग दिए है ।
सूर्य देवता भी बराबर मात्रा मे सभी को रोशनी प्रदान करते है , आकाश से बादल भी समान रूप से सभी के ऊपर जल बरसाते है, अथार्त प्रकृति सभी जीवो को एक समान समझती है तो फिर उसी ईश्वर के बनाये हुए हम मनुष्य इतना भेद भाव क्यों करते है ? यह भेद भाव कभी जाति को लेकर किया जाता है, तो कभी अमीरी गरीबी को लेकर किया जाता है ।
दोस्तों मैं आप सब से पूछना चाहती हूँ क्यों एक इंसान का मूल्य उसकी पदवी को देख कर किया जाता है ? क्यों एक गरीब इंसान से उसके सभी रिश्तेदार उससे रिश्ता तोड़ देते है, यहाँ तक की वो लोग उसके साथ बात करना भी पसंद नहीं करते । ऐसे मे उस इंसान की पीड़ा को क्या आप समझ सकते है जब उसके अपने रिश्ते दार ही उसके साथ इसलिए मुँह मोड़ लेते है , क्योंकि उसकी पॉकेट बिलकुल खाली है ? एक पुरानी कहावत भी है की गरीब का कोई दोस्त , कोई रिश्तेदार नहीं होता । दूसरी ओर जिसके पास कुर्सी है , अच्छा पद है, धन है , उनके साथ दूर दूर के लोग भी सम्बन्ध बना लेते है, यह बात हर जगह देखीं जाती है, चाहे वो परिवार हो या आपका Office or Workplace । क्यों एक इन्सान की अच्छाई की, उसके गुणों की, उसकी मेहनत की , उसकी ईमानदारी की, उसकी तपस्या की कोई VALUE नहीं ,ऐसे मे हीन भावना और दुःख से ग्रसित वह इंसांन कई बार कुछ गलत कदम भी उठा सकता है,
दोस्तों आज हम इन्सान की VALUE उसकी designation और कार देख कर करते है , उसकी अच्छाई और ईमानदारी देख कर नहीं शायद इसीलिए लोग कार कमाने मे ही BUSY है और अच्छाई और ईमानदारी जैसे शब्द केवल पुस्तकों तक ही सीमीत रह गए है ।क्योंकि एक अच्छे , ईमानदार और मेहनती इन्सान को तो हम सवंय ही अपने से बहुत दूर कर देते है॥
दोस्तों यदि आप मेरी इस बात से सहमत है तो आज ही अपने आप से एक प्रण लीजिये की किसी को भी छोटा या हीन नहीं समझेंगे और प्रकृति की भांति आप भी अपना प्यार अपना सनेह सभी के साथ बराबर का बांटेगे ।
यदि आपको मेरी यह article पसंद आया है तो मुझे अपने comments लिखना न भूले ,मुझे आपके सुझावों का इंतजार सदा रहेगा ॥
धन्यवाद
ज्योति गोयनका
True. People should judge the person for their good qualities whether rich or poor, not show off which is actually happening & done by rich people only for the name sake.
ReplyDelete