बसंत पंचमी पर पढ़े सरस्वती वंदना

जय माता दी । दोस्तों जैसा की आप सब जानते ही है की इस वर्ष बसंत पंचमी 22जनवरी को पड़ रही है ॥ बसंत पंचमी ऋतू परिवर्तन का ऐसा त्यौहार है जिसे भारत मे अत्यंत उत्साह के साथ मनाया जाता है ॥ बसंत पंचमी माघ मास के शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। ऐसी मान्यता है कि माघ शुक्लपक्ष पंचमी के दिन ही विधा और संगीत की  देवी माता सरस्वती का जनम हुआ था। इस लिए बसंत पंचमी के दिन मां सरस्‍वती की विशेष पूजा की जाती है।संगीतकारों से लेकर वैज्ञानिकों तक हर कोई ज्ञान-प्राप्ति और मार्गदर्शन के लिए मां सरस्वती देवी से प्रार्थना करता है। मां सरस्वती के भक्तगण सौभाग्य-प्राप्ति के लिए हर सुबह सरस्वती वंदना मंत्र का पठन करते हैं ॥ ऐसी मान्यता है की इस दिन माता  सरस्वती की पूजा और सरस्वती वंदना मंत्र के पठन और श्रवण से स्मरण शक्ति तीव्र होती है , वाणी मधुर होती है और विद्या मे कुशलता प्राप्त होती है ॥


सरस्वती वंदना मंत्र के  श्रवण के लिए आप मेरी इस वीडियो को देखे और सरस्वती वंदना का श्रवण करे ॥


जय माता सरस्वती
ज्योति गोयनका



सरस्वती वंदना मंत्र 




या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।
सा माम् पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥1॥

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