इस वर्ष का प्रथम चंद्रग्रहण 31 जवनरी को दिखाई देगा। यह दिन माघ पूर्णिमा का दिन है ।शास्त्रों में माघ पूर्णिमा का दिन दान पुण्य और पूजन के लिए बहुत ही खास माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन किए गए दान पुण्य से कई गुना फल प्राप्त होता है।
सूर्योदय के कुछ घंटों के बाद ही ग्रहण का सूतक लग जाएगा और मंदिरों के दरवाजे बंद हो जाएंगे। आप भी
इस दिन अपने घर के मंदिर के पट बंद रखे ॥
2. ग्रहण से कुछ देर पहले और बाद मे किसी गरीब को दान करें
3. ग्रहण के दौरान अपने इष्टदेव का स्मरण या मंत्रजाप करते रहें।
4. ग्रहण के बाद स्नान कर अपने मंदिर के पट खोले और पूजा करें
क्या होता है चंद्र ग्रहण :
चंद्र ग्रहण तब होता है, जब सूर्य व चन्द्रमा के बीच पृथ्वी इस प्रकार से आ जाती है कि पृथ्वी की छाया से चन्द्रमा पूरी तरह या आंशिक भाग ढक जाती है। ऐसी स्थिति में पृथ्वी सूर्य की किरणों को चन्द्रमा तक नहीं पहुंचने देती है, जिसके कारण पृथ्वी के उस हिस्से में चन्द्र ग्रहण नजर आता है।
चंद्रग्रहण का समय :
भारतवर्ष में यह चंद्र ग्रहण बुधवार को शाम 6 बजकर 22 मिनट से रात 8 बजकर 42 मिनट के बीच देखा जा सकेगा। ग्रहण का सूतक 9 घंटे पूर्व सुबह 08:35 बजे से लग जाएगा। ग्रहण का मध्य एवं मोक्ष पूरे भारत मे दिखाई देगा। इलाहाबाद में चन्द्रोदय शाम को 5:40 बजे से ही ग्रहण दिखाई देगा जबकि लखनऊ में 5:41 पर ग्रहण लगा ही चंद्रमा दिखाई देगा।
चंद्र ग्रहण के समय क्या करे
1. चंद्र ग्रहण के दिन भगवान के दर्शन करना अशुभ माना जाता है। इसलिए इस दिन मंदिर के पट बंद रहेंगे । सूर्योदय के कुछ घंटों के बाद ही ग्रहण का सूतक लग जाएगा और मंदिरों के दरवाजे बंद हो जाएंगे। आप भी
इस दिन अपने घर के मंदिर के पट बंद रखे ॥
2. ग्रहण से कुछ देर पहले और बाद मे किसी गरीब को दान करें
3. ग्रहण के दौरान अपने इष्टदेव का स्मरण या मंत्रजाप करते रहें।
4. ग्रहण के बाद स्नान कर अपने मंदिर के पट खोले और पूजा करें
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